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RAVINDRA KUMAR, MOBIHANGAMA हिंदी कहानी …TRANSLATE THIS PAGE एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
नागपंचमी और नाग बहुत वर्षों पूर्व किसी गाँव में एक किसान रहता था। नागपंचमी के दिन वह खेत में हल जोतने गया। कुछ देर काम करने के पश्चात वह आराम करने बैठ गया। उसका आ प्यार लस्ट या निर्वाण नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। गैंग्रीन दोपहर में उस सूने आँगन में पैर रखते ही मुझे ऐसा जान पड़ा, मानो उस पर किसी शाप की छाया मँडरा रही हो, उसके वातावरण में कुछ ऐसा अकथ्य, अस्पृश्य, किन्तु फिर भी MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म hindi kahani lok Katha short stories & poems. चन्न्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहना बूढ़ी काकी बूढ़ी काकी. RAVINDRA KUMAR. Budhi Kaki. बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा-स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष न थी और न लोककथा भाग 4 लोककथा भाग 4. admin. एक सूफी संत थें।सूफियाना मिजाज के साथ ही उनके हाजिर जबाब होने की भी बहुत चर्चा थी।लोग उनसे दूरी ही बना कर रहतें थें पंचतंत्र की कहानियां पंचतंत्र की कहानियां. RAVINDRA KUMAR. Giddo. Khargosh aur Sher ki Kahani. एक बार किसी जंगल में बहुत खूंखार शेर रहता था। वह शेर इतना खतरनाक था कि कोई भी जानवरउसके
RAVINDRA KUMAR, MOBIHANGAMA हिंदी कहानी …TRANSLATE THIS PAGE एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
नागपंचमी और नाग बहुत वर्षों पूर्व किसी गाँव में एक किसान रहता था। नागपंचमी के दिन वह खेत में हल जोतने गया। कुछ देर काम करने के पश्चात वह आराम करने बैठ गया। उसका आ प्यार लस्ट या निर्वाण नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। गैंग्रीन दोपहर में उस सूने आँगन में पैर रखते ही मुझे ऐसा जान पड़ा, मानो उस पर किसी शाप की छाया मँडरा रही हो, उसके वातावरण में कुछ ऐसा अकथ्य, अस्पृश्य, किन्तु फिर भी एक घंटे में प्रभाकर जब अपने बड़े कोट के नीचे भरा हुआ 45 बोर का रिवाल्वर लगाकर, जेब में पड़े हुए गोलियों के बटुए को हाथ से छूकर, एक बार शीशे में अपना प्रतिबिम्ब देखकर लोककथा भाग 10 गांव में एक पंडित रोज बात-बात पर पत्नी से झगडता था। वह उससे कहता- मेरी बात नही मानोगी तो संतों की शरण में चला जाऊंगा साधु बन जाऊंगा। फिर तुम अकेली दुर्दशाभाभी
भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी। भैया की सूरत से ऐसी लरजती थी जैसे कसाई से बकरी। मगर सालभर के अंदरही वो
नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान पर एक नाग उसके जाल RAVINDRA KUMAR, MOBIHANGAMA हिंदी कहानी …TRANSLATE THIS PAGE एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी भुलौना भूत की कहानी भुलौना भूत की कहानी. RAVINDRA KUMAR. Images. बात बहुत ही पुरानी है। उस समय ग्रामीण लोग अधिकतर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बैलगाड़ी आदि का उपयोग खितीन बाबू नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। बेर के पेड़ वाला भुत गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था। उसी के बारे में यह कहानी है - MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्मTRANSLATE THIS PAGE यहाँ कोई उद्धरण नही है क्योंकि यह एक संरक्षित पोस्ट है। गीदड़ों वाला तालाब नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म hindi kahani lok Katha short stories & poems. चन्न्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहनाबिरहा
बिरहा अहीरों का जातीय लोकगीत है। लोकगीतों में इसका स्थान उसी लोककथा भाग 4 लोककथा भाग 4. admin. एक सूफी संत थें।सूफियाना मिजाज के साथ ही उनके हाजिर जबाब होने की भी बहुत चर्चा थी।लोग उनसे दूरी ही बना कर रहतें थें पंचतंत्र की कहानियां पंचतंत्र की कहानियां. RAVINDRA KUMAR. Giddo. Khargosh aur Sher ki Kahani. एक बार किसी जंगल में बहुत खूंखार शेर रहता था। वह शेर इतना खतरनाक था कि कोई भी जानवरउसके
MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म Mobihangama हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म. hindi kahani lok Katha short stories &poems
नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान बेर के पेड़ वाला भुत गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था। उसी के बारे में यह कहानी है वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
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MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म hindi kahani lok Katha short stories & poems. चन्न्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहनाबिरहा
बिरहा अहीरों का जातीय लोकगीत है। लोकगीतों में इसका स्थान उसी लोककथा भाग 4 लोककथा भाग 4. admin. एक सूफी संत थें।सूफियाना मिजाज के साथ ही उनके हाजिर जबाब होने की भी बहुत चर्चा थी।लोग उनसे दूरी ही बना कर रहतें थें पंचतंत्र की कहानियां पंचतंत्र की कहानियां. RAVINDRA KUMAR. Giddo. Khargosh aur Sher ki Kahani. एक बार किसी जंगल में बहुत खूंखार शेर रहता था। वह शेर इतना खतरनाक था कि कोई भी जानवरउसके
MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म Mobihangama हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म. hindi kahani lok Katha short stories &poems
नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान बेर के पेड़ वाला भुत गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था। उसी के बारे में यह कहानी है वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
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बूढ़ी काकी बूढ़ी काकी. RAVINDRA KUMAR. Budhi Kaki. बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा-स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष न थी और न गुमशुदा लडकी बात उस समय की है जब मेरी पोस्टिंग पिथौरागढ़ के जंगली इलाके में थी।मैं उस छोटे से चौकी का इंचार्ज था कुल मिलाकर उस चौकी में पांच लोग थे।बिजली की कोई रहस्यमयी घड़े नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। चतुर सियार कई लोक कथाओं में आपने पढ़ा होगा कि सियार बड़े चालाक होते हैं। यह कहानी ऐसे ही एक चतुर सियार के बारे में है। एक बार की बात है, एक सियार भोजन की तलाश में भटक RAVINDRA KUMAR, MOBIHANGAMA हिंदी कहानी …TRANSLATE THIS PAGE एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णीमिट्ठू
मिट्ठू की यह हालत देखकर गोपाल भी रोने लगा। दोनों का रोना सुनकर लोग दौड़े, पर देखा कि मिट्ठू बेहोश पड़ा है और गोपाल रो रहा है।मिट्ठू
नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान पर एक नाग उसके जाल नरपिशाचिनी और राजकुमार नरपिशाचिनी और राजकुमार. RAVINDRA KUMAR. Woman Carrying Baskets With Child And Woods 3423917. बहुत पुरानी बात है, सुंगंधा नगरी में सुचिंतन नाम का एक राजा राज करता था ।यथा नाम
वरदान
विन्घ्याचल पर्वत मध्यरात्रि के निविड़ अन्धकार में काल देव की भांति खड़ा था। उस पर उगे हुए छोटे-छोटे वृक्ष इस प्रकार दष्टिगोचर होते थे, मानो ये उसकी श्रापित गुड़िया जंगलों की रहस्यमयी कहानिया। नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म hindi kahani lok Katha short stories & poems. चन्न्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहना लोककथा भाग 4 एक सूफी संत थें।सूफियाना मिजाज के साथ ही उनके हाजिर जबाब होने की भी बहुत चर्चा थी।लोग उनसे दूरी ही बना कर रहतें थें पता नहीं कब किसकी पगड़ी भरे बाजारबिरहा
बिरहा अहीरों का जातीय लोकगीत है। लोकगीतों में इसका स्थान उसी MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म Mobihangama हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म. hindi kahani lok Katha short stories &poems
पंचतंत्र की कहानियां Khargosh aur Sher ki Kahani एक बार किसी जंगल में बहुत खूंखार शेर रहता था। वह शेर इतना खतरनाक था कि कोई भी जानवर उसके सामने आता था तो उसे वह मार देता था। इसी कारण जंगल के बेर के पेड़ वाला भुत गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था। उसी के बारे में यह कहानी है नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान पर एक नाग उसके जाल वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
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बिरहा अहीरों का जातीय लोकगीत है। लोकगीतों में इसका स्थान उसी MOBIHANGAMA हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म Mobihangama हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म. hindi kahani lok Katha short stories &poems
पंचतंत्र की कहानियां Khargosh aur Sher ki Kahani एक बार किसी जंगल में बहुत खूंखार शेर रहता था। वह शेर इतना खतरनाक था कि कोई भी जानवर उसके सामने आता था तो उसे वह मार देता था। इसी कारण जंगल के बेर के पेड़ वाला भुत गर्मी की छुट्टिया चल रही थी तो मैं लगभग पूरा दिन घर पर ही होता हूँ। हमारे घर के ठीक सामने एक बैरी का पैड था। उसी के बारे में यह कहानी है नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान पर एक नाग उसके जाल वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव तक लपेटे हुए,अर्द्धनग्नअवस्था
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बूढ़ी काकी बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा-स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष न थी और न अपने कष्टों की ओर आकर्षित करने का, रोने के गुमशुदा लडकी बात उस समय की है जब मेरी पोस्टिंग पिथौरागढ़ के जंगली इलाके में थी।मैं उस छोटे से चौकी का इंचार्ज था कुल मिलाकर उस चौकी में पांच लोग थे।बिजली की कोईमिट्ठू
बंदरों के तमाशे तो तुमने बहुत देखे होंगे। मदारी के इशारों पर बंदर कैसी-कैसी नकलें करता है, उसकी शरारतें भी तुमने देखी होंगी। तुमने उसे घरों सेकपड़े
चतुर सियार कई लोक कथाओं में आपने पढ़ा होगा कि सियार बड़े चालाक होते हैं। यह कहानी ऐसे ही एक चतुर सियार के बारे में है। एक बार की बात है, एक सियार भोजन की तलाश में भटक रहस्यमयी घड़े नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें। RAVINDRA KUMAR, MOBIHANGAMA हिंदी कहानीलेखन …
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी नागकन्या भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक गांव था मिसमा। वहां एक अनाथ मछुआरा रहता था ताराओन । एक दिन वह मछली पकड़ने गया । उस दिन मछली के स्थान पर एक नाग उसके जालवरदान
विन्घ्याचल पर्वत मध्यरात्रि के निविड़ अन्धकार में काल देव की भांति खड़ा था। उस पर उगे हुए छोटे-छोटे वृक्ष इस प्रकार दष्टिगोचर होते थे, मानो ये उसकी नरपिशाचिनी और राजकुमार बहुत पुरानी बात है, सुंगंधा नगरी में सुचिंतन नाम का एक राजा राज करता था । यथा नाम तथा रूप, सुंगंधा नगरी धन – धान्य तथा प्राकृतिक सोंदर्य से परिपूर्ण थी श्रापित गुड़िया जंगलों की रहस्यमयी कहानिया। नाम *. ईमेल *. वेबसाईट. अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।Skip to content
निम्न को खोजें: MOBIHANGAMA:हिंदी कहानी लेखन प्लेटफार्म STORY PLATFORM FOR HINDI KAHANI AND LOK KATHA SHORT STORIES AND WRITING PLATFORM FOR WRITERS निम्न को खोजें: * मुख्य पृष् * कहानियां * कविताएं सौंदर्य जादूगरी प्रशाधनो की उचित अनुचित संसाधनों की____
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समझ
समझ कर भी नासमझी का फ़साना क्यूँ।अपने सी लगती फिर भी बेगाना क्यूँ।नासमझी कायूँ..
सौंदर्य जादूगरी प्रशाधनो की उचित अनुचित संसाधनों की वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था...।Featured
कैसी हो तुमसहमी सी
समझ
सौंदर्य लोककथा भाग 9 एक गांव में एक दर्जी रहता था। उसने एक बकरी पाली हुई थी। वह बकरी बातें करती थी। उस दर्जी के तीन बेटे… लोककथा भाग 8(गंगा) गंगा के बारे में भीलों की भी एक रोचक लोककथा है जो महाभारत की परम्परागत कथाओं से एकदम भिन्न है। और मौखिक रूप… लोककथा भाग 7 बहुत पुराने समय की बात है एक बहुत ही प्यारा इंसानो की भाषा बोलने वाला सुग्गा था। वह एक किसान के घर के… लोककथा भाग 6 छोटी चिड़िया एक पेड़ पर एक चिड़िया थी, जो रोज दाना चुगने के लिए अपने बच्चों को घोंसले में छोड़कर, दूर जंगलों के… लोककथा भाग 5 कौवा हकनी बहुत पहले एक राजा था। उनकी दो रानियाँ थीं। दोनों रानियो के कोई सन्तान न थी। राजा और रानी सभी मन्दिरों… लोककथा भाग 4 एक सूफी संत थें।सूफियाना मिजाज के साथ ही उनके हाजिर जबाब होने की भी बहुत चर्चा थी।लोग उनसे दूरी ही बना कररहतें…
संरक्षित: यहाँ कोई उद्धरण नही है क्योंकि यह एक संरक्षित पोस्ट है। कैसी हो तुम जबसे जाना जितना जाना, बुन रहा बस उसका ताना बाना नाम सी स्वर्णिम,कर्म स्वरूपा अंखियां जीवन ज्योत जगाई अधरों पर मुस्कान समाई।सहमी सी
डरी हुई सहमी सीप्यारी सी भोली सीदेखती चिहुँक कर चहुओर धड़कन बढ़ी सांसे अटकीलगाए आस पुरजोरएक स्पर्श प्रेम का पाकरउड़ चली उस ओर।समझ
समझ कर भी नासमझी का फ़साना क्यूँ।अपने सी लगती फिर भी बेगाना क्यूँ।नासमझी का यूँ हर रोज नया बहाना क्यूँ।हर रोज याद करना… सौंदर्य जादूगरी प्रशाधनो कीउचित अनुचित संसाधनों कीकुछ सुंदर बिंदिया सजानापायल की छम छम बजानाफॉसिल की घड़ियां सजानागेस की महक जगानाजारा के आवरण चढ़ानारे बन…पगली
उस पगली की बातों में खोना।उसका पास होकर भी न होना।ख्याब उसके हरपल सँजोना।उसकी आगोश में आँखे भिगोना। आश भरकर उससे रखना।अपना सबकुछ… वो अघोरी मैं उसे देखकर नजरअंदाज कर दिया करता था।तब मुझे इनके ढकोसले पन और कर्महीनता पर बहुत ही क्रोध आता था।गन्दगी सर से पांव…प्रवी
प्रवी रोज की तरह आज स्कूल से 1:00 बजे घर पहुँची।स्कूल का बैग उतारकर बगल में रख दिया और मेरे पास खड़ी हो… वो गलियां ये शहर की उन बदनाम गलियों की कहानी है जहाँ शरीफ ज़ादे दिन के उजाले में जानें में कतराते हैं।मगर रात में अपनी… पोस्ट्स नेविगेशन 1 2 आगामी निम्न को खोजें: पुरालेख * दिसम्बर 2019 * नवम्बर 2019 * अक्टूबर 2019 * सितम्बर 2019* मई 2019
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