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सदाशिव श्रोत्रिय ने ‘श्रेष्ठ काव्य के प्रति पाठकों की बढती अरुचि और घटती समझ को देखते हुए’ अपनी पसंद की कविताओं के भाष्य का उपक्रम इधर आरम्भ किया है. क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा …TRANSLATE THIS PAGE मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा श्रीवास्तव. प्रो. गरिमा श्रीवास्तव का शोध आलेख ‘चुप्पियाँ और दरारें’ मुस्लिम स्त्रियों की रचनाएं आमंत्रित हैंTRANSLATE THISPAGE
रचनाएं आमंत्रित हैं. समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की नियमित वेब पत्रिका है. स्तरीय और अप्रकाशित रचनाएं आप ई. मेल से. वर्ड फ़ाइल और सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाजTRANSLATE THIS PAGE सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाज. कृष्णा सोबती के लेखन पर समालोचन पर आपने रवीन्द्र त्रिपाठी का आलेख पढ़ा - 'पहलेदिल-ए
समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana भाष्य : ब्रह्मराक्षस ( मुक्तिबोध) : सदाशिव …TRANSLATE THISPAGE
सदाशिव श्रोत्रिय ने ‘श्रेष्ठ काव्य के प्रति पाठकों की बढती अरुचि और घटती समझ को देखते हुए’ अपनी पसंद की कविताओं के भाष्य का उपक्रम इधर आरम्भ किया है. क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा …TRANSLATE THIS PAGE मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा श्रीवास्तव. प्रो. गरिमा श्रीवास्तव का शोध आलेख ‘चुप्पियाँ और दरारें’ मुस्लिम स्त्रियों की रचनाएं आमंत्रित हैंTRANSLATE THISPAGE
रचनाएं आमंत्रित हैं. समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की नियमित वेब पत्रिका है. स्तरीय और अप्रकाशित रचनाएं आप ई. मेल से. वर्ड फ़ाइल और सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाजTRANSLATE THIS PAGE सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाज. कृष्णा सोबती के लेखन पर समालोचन पर आपने रवीन्द्र त्रिपाठी का आलेख पढ़ा - 'पहलेदिल-ए
हरीश त्रिवेदी: कविताTRANSLATE THISPAGE
विश्व के अग्रिम पंक्ति के आलोचक-अध्येता प्रो.हरीश त्रिवेदी का कविता लिखना और समालोचन में उसका प्रकाशित होना विश्व-साहित्य की घटना है, ठीक उसी तरह जैसे पुरुषार्थवती देवी एवं रामेश्वरी देवी गोयल: सुजीत …TRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana युगल राग : रंजना अरगडेTRANSLATE THISPAGE
arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा …TRANSLATE THIS PAGE प्रो. गरिमा श्रीवास्तव का शोध आलेख ‘ चुप्पियाँ और दरारें ’ मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाओं का विस्तृत विश्लेषण विवेचन करता है, इनमें साहित्य, संस्कृति बटरोही : हम तीन थोकदारTRANSLATE THISPAGE
बटरोही : हम तीन थोकदार. हिंदी के वरिष्ठ कथाकार लक्ष्मण सिंह बिष्ट 'बटरोही' ने इसी २५ अप्रैल को अपना ७५ वां जन्म दिन मनाया है, उन्हें अब कुमार अम्बुज की कविताएँTRANSLATE THIS PAGE कुमार अम्बुज कथ्य को उसकी संभव उचाई तक ले जाते हैं और वह अपने शिल्प से कहीं गिरता नहीं है, एक विस्फोट की तरह खुलता है और वहाँ ले जाता है जहाँ हम जाने से परख : पानी को सब याद था (अनामिका) : मीना …TRANSLATE THIS PAGE परख : पानी को सब याद था (अनामिका) : मीना बुद्धिराजा. पानी को सब याद था : अनामिका. प्रकाशक- राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली. प्रथम संस्करण- 2019 सबद भेद : पॉल गोमरा का स्कूटर (उदय प्रकाश) : …TRANSLATE THISPAGE
arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाजTRANSLATE THIS PAGE सबद - भेद : मित्रो मरजानी का मर्म: नंद भारद्वाज. कृष्णा सोबती के लेखन पर समालोचन पर आपने रवीन्द्र त्रिपाठी का आलेख पढ़ा - 'पहलेदिल-ए
समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
कौन हैं भारत माता ? (पुरुषोत्तम अग्रवाल) : आनंद …TRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं अनामिका: कविता का मानवीय राग: रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कथा- गाथा : प्रश्न : प्रचण्ड प्रवीरTRANSLATE THIS PAGE कहानी प्रस्तुत है. प्रश्न. प्रचण्ड प्रवीर. (प्रश्न उपनिषद अथर्ववेद की पिप्पलाद शाखा के ब्राह्मण भाग से सम्बन्धित है. प्रस्तुत कथा समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
कौन हैं भारत माता ? (पुरुषोत्तम अग्रवाल) : आनंद …TRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं अनामिका: कविता का मानवीय राग: रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कथा- गाथा : प्रश्न : प्रचण्ड प्रवीरTRANSLATE THIS PAGE कहानी प्रस्तुत है. प्रश्न. प्रचण्ड प्रवीर. (प्रश्न उपनिषद अथर्ववेद की पिप्पलाद शाखा के ब्राह्मण भाग से सम्बन्धित है. प्रस्तुत कथा समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
‘लो सँभालो अपनी दुनिया हम चले’: पंकज चौधरीTRANSLATE THIS PAGE बांग्ला कवि शंख घोष का जन्म 06 फरवरी, 1932 को बांग्लादेश के चांदपुर में हुआ और मृत्यु 20 अप्रैल 2021 को कोलकाता में कोविड-19 से हुई. उनकी प्रमुख काव्य-कृतियां युगल राग : रंजना अरगडेTRANSLATE THISPAGE
युगल राग : रंजना अरगडे. ‘कवियों के कवि शमशेर’ की लेखिका रंजना अरगडे में ख़ुद एक कवयित्री छुपी है इसे कोई कैसे जान सकता था? अपनेजीवन के
एकांत: राकेश श्रीमाल की कविताएँTRANSLATE THIS PAGE एकांत: राकेश श्रीमाल की कविताएँ. वैसे तो मनुष्य सामाजिक प्राणी है, पर कभी-कभी उसे एकांत का प्राणी भी बनना पड़ता है. इसमें वह चाहे तो ख़ुद नया रास्ता (हरे प्रकाश उपाध्याय): राकेश मिश्रTRANSLATETHIS PAGE
‘खिलाड़ी दोस्त तथा अन्य कविताएँ’ के बारह साल बाद हरे प्रकाश उपाध्याय का यह दूसरा कविता-संग्रह- ‘नया रास्ता’ रश्मि प्रकाशन से छप कर आया है. समलैंगिकता, सेक्सुअलिटी और सिनेमा: आशीष कुमारTRANSLATE THISPAGE
arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कथा- गाथा : प्रश्न : प्रचण्ड प्रवीरTRANSLATE THIS PAGE कहानी प्रस्तुत है. प्रश्न. प्रचण्ड प्रवीर. (प्रश्न उपनिषद अथर्ववेद की पिप्पलाद शाखा के ब्राह्मण भाग से सम्बन्धित है. प्रस्तुत कथा मोहम्मद रफ़ी की संघर्ष-गाथा: रोहित कौशिकTRANSLATE THIS PAGE मोहम्मद रफ़ी की संघर्ष-गाथा: रोहित कौशिक. मोहम्मद रफ़ी पर यह शानदार क़िताब अंग्रेजी में राजू कोरती और धीरेंद्र जैन ने लिखी है जिसे रचनाएं आमंत्रित हैंTRANSLATE THISPAGE
रचनाएं आमंत्रित हैं. समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की नियमित वेब पत्रिका है. स्तरीय और अप्रकाशित रचनाएं आप ई. मेल से. वर्ड फ़ाइल और समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के ‘लो सँभालो अपनी दुनिया हम चले’: पंकज चौधरीTRANSLATE THIS PAGE बांग्ला कवि शंख घोष का जन्म 06 फरवरी, 1932 को बांग्लादेश के चांदपुर में हुआ और मृत्यु 20 अप्रैल 2021 को कोलकाता में कोविड-19 से हुई. उनकी प्रमुख काव्य-कृतियां इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
कौन हैं भारत माता ? (पुरुषोत्तम अग्रवाल) : आनंद …TRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं कथा- गाथा : प्रश्न : प्रचण्ड प्रवीरTRANSLATE THIS PAGE कहानी प्रस्तुत है. प्रश्न. प्रचण्ड प्रवीर. (प्रश्न उपनिषद अथर्ववेद की पिप्पलाद शाखा के ब्राह्मण भाग से सम्बन्धित है. प्रस्तुत कथा समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती: …TRANSLATETHIS PAGE
हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और मधुमती. पंकज पराशर. किसी पत्रिका की छवि उसमें प्रकाशित होने वाली रचना की गुणवत्ता, तेवर औरउसमें
क्वारनटीन : राजिंदर सिंह बेदीTRANSLATE THIS PAGE उर्दू के प्रसिद्ध कथाकार राजिंदर सिंह बेदी (1915–1984) की एक कहानी का शीर्षक है ‘क्वारनटीन’ जो अंग्रेजी राज में फैली प्लेग महामारी को केंद्र में रखकर लिखी सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: …TRANSLATE THIS PAGE सूरदास के भ्रमरगीत प्रसंग का पाठ–पुनर्पाठ: माधव हाड़ा. कवि सूरदास के साहित्य में वात्सल्य और श्रृंगार के साथ-साथ सगुण और निर्गुण के ‘लो सँभालो अपनी दुनिया हम चले’: पंकज चौधरीTRANSLATE THIS PAGE बांग्ला कवि शंख घोष का जन्म 06 फरवरी, 1932 को बांग्लादेश के चांदपुर में हुआ और मृत्यु 20 अप्रैल 2021 को कोलकाता में कोविड-19 से हुई. उनकी प्रमुख काव्य-कृतियां इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
कौन हैं भारत माता ? (पुरुषोत्तम अग्रवाल) : आनंद …TRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana कृष्णा सोबती : लेखन और नारीवाद : रेखा सेठीTRANSLATE THIS PAGE कृष्णा सोबती के स्त्री पात्र अपने में एक पहेली हैं. उनके यहाँ स्त्री के हर रूप की झलक है- समर्पिता, आज्ञाकारी, गर्वीली, प्रेम-निमग्न, गृहस्थी मेंखटती
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारीTRANSLATE THIS PAGE तोड़ती पत्थर : कविता से होकर. शिव किशोर तिवारी. पृष्ठभूमि : 'तोड़ती पत्थर' संभवत: 1935 में लिखी गई थी. तब तक प्रगतिवादी आंदोलन परवान नहीं कथा- गाथा : प्रश्न : प्रचण्ड प्रवीरTRANSLATE THIS PAGE कहानी प्रस्तुत है. प्रश्न. प्रचण्ड प्रवीर. (प्रश्न उपनिषद अथर्ववेद की पिप्पलाद शाखा के ब्राह्मण भाग से सम्बन्धित है. प्रस्तुत कथा इज़ाबेल अलेंदे: न्यायाधीश की पत्नी: सुशांत सुप्रियTRANSLATE THIS PAGE इज़ाबेल अलेंदे (चीले, १९४२) लातिन अमेरिकी कथा-जगत की मशहूर हस्ती हैं, उन्हें मार्केज़ और नेरुदा से प्रभावित माना जाता है, स्त्री के अनुभवों परआधारित
‘लो सँभालो अपनी दुनिया हम चले’: पंकज चौधरीTRANSLATE THIS PAGE बांग्ला कवि शंख घोष का जन्म 06 फरवरी, 1932 को बांग्लादेश के चांदपुर में हुआ और मृत्यु 20 अप्रैल 2021 को कोलकाता में कोविड-19 से हुई. उनकी प्रमुख काव्य-कृतियां युगल राग : रंजना अरगडेTRANSLATE THISPAGE
arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana मुझे किसी पर विश्वास नहीं रहा: कुमार अम्बुजTRANSLATE THIS PAGE मैं हर शहर, हर जगह जहाँ जाता हूँ, पूछता हूँ क्या यह शहर, यह जगह बेनीपुरा है. वही मेरा जन्म-स्थान है. सभी जगहों पर कहा जाता है कि नहीं, यह बेनीपुरा नहीं. एकांत: राकेश श्रीमाल की कविताएँTRANSLATE THIS PAGE एकांत: राकेश श्रीमाल की कविताएँ. वैसे तो मनुष्य सामाजिक प्राणी है, पर कभी-कभी उसे एकांत का प्राणी भी बनना पड़ता है. इसमें वह चाहे तो ख़ुद नया रास्ता (हरे प्रकाश उपाध्याय): राकेश मिश्रTRANSLATETHIS PAGE
‘खिलाड़ी दोस्त तथा अन्य कविताएँ’ के बारह साल बाद हरे प्रकाश उपाध्याय का यह दूसरा कविता-संग्रह- ‘नया रास्ता’ रश्मि प्रकाशन से छप कर आया है. जितेंद्र कुमार: खुद अपना एक दिलचस्प अपयश: …TRANSLATE THIS PAGE जितेंद्र कुमार: खुद अपना एक दिलचस्प अपयश: अशोक अग्रवाल. by arun dev मार्च 31, 2021 11. जितेन्द्र कुमार (1936-2006) ने कहानियां लिखीं, कविताएँ लिखीं और एक मोहम्मद रफ़ी की संघर्ष-गाथा: रोहित कौशिकTRANSLATE THIS PAGE मोहम्मद रफ़ी की संघर्ष-गाथा: रोहित कौशिक. मोहम्मद रफ़ी पर यह शानदार क़िताब अंग्रेजी में राजू कोरती और धीरेंद्र जैन ने लिखी है जिसे समालोचनTRANSLATE THIS PAGE arun dev, samalochan, literary magazine,poems, poets, writers, hindi, literary journals,story novel,aalochana.hindi kavita. samalochana रचनाएं आमंत्रित हैंTRANSLATE THISPAGE
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संपादन : अरुण देव ई-पता :DEVARUN72@GMAIL.COM समालोचन साहित्य की वेब पत्रिका है. प्रकाशन के लिए स्तरीय, अप्रकाशित रचनाएँ ही विचारयोग्य हैं. प्रकाशन के लिए रचनाएँ वर्ड फाइल तथा यूनिकोड हिंदी फॉट में ई -मेल से भेजी जा सकती हैं.>
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सम्पर्क :DR. ARUN DEV
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LL इस सप्ताह LL*
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मेघ-दूत : मार्केस : मैं सिर्फ़ एक फ़ोन करने आई थी (अनुवाद-विजय शर्मा) मार्केस की कहानियों का जादुई यथार्थ यथार्थ को उसकी सम्पूर्ण निर्ममता और विडम्बना के साथ प्रस्तुत करता है. चीजें...*
निज घर : मेरे बडके बाबू – सबके पुजारी बाबा : सत्यदेव त्रिपाठी उत्तर भारतीय ग्रामीण समाज को समझने के लिए राजनीतिक और सामजिक अध्ययन की कुछ कोशिशें हुईं हैं. साहित्य की आत्मकथा...*
एक दिन का समंदर : हरजीत : प्रेम साहिल ‘जिस से होकर ज़माने गुज़रे हों बंद ऐसी गली नहीं करते.’ शायर हरजीत सिंह की यादें अधूरे प्रेम की तरह टीसती रहती है...*
न तो मैं कुछ कह रहा था : रुस्तम सिंह की कविताएँ. आधुनिक हिंदी कविता में प्रकृति, पर्यावरण और मनुष्यइतर जीवन आते रहे हैं, पूरी कविता के रूप में भी. रुस्तम सिंह के के यहाँ ये संग्रह की ...*
कालजयी : कफ़न : रोहिणी अग्रवाल कफ़न प्रेमचन्द की आखिरी कहानी है. यह मूल रूप में उर्दू में लिखी गयी थी. ‘ जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ की पत्रिका ‘जामिया’ के दिसम्बर,...*
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारी महाकवि निराला की प्रसिद्ध कविता ‘तोड़ती पत्थर’ के कई पाठ हुए (reading) हैं. दलित साहित्यकार कंवल भारती ने ‘ श्याम तन ,भर ...*
लमही का हमारा कथा समय -१ :निशांत
लमही का स्त्री कथाकारों पर आधारित अंक ' हमारा कथा समय -१ ' की चर्चा कर रहें हैं कवि निशांत. इस पत्रिका के संपादक...*
सबद भेद : रघुवीर सहाय का कवि कर्म : शिरीष कुमार मौर्य “वे तमाम संघर्ष जो मैंने नहीं किए अपना हिसाब मांगने चले आते हैं”(
रघुवीर सहाय ) जनमानस में ...*
कथा-गाथा : ४७१४ नहीं बल्कि ४७११ : अम्बर पाण्डेय अम्बर पाण्डेय के कवि से हम सब परिचित हैं. अब कथाकार अम्बर पाण्डेय अपनी कहानी– ‘४७१४ नहीं बल्कि ४७११’ के साथ प्रस्तुत हैं. पिछलेअंकों ...
गगन-गुफा कविताएँ (335) आलोचना (204) कहानी (140) समीक्षा (119) अनुवाद (92) फ़िल्म (79) समकाल (73) संस्मरण (57) बातचीत (31) संवाद (31) विचार(30) आलेख
(17) दर्शन (16) यात्रा (16) उपन्यास-अंश (14) पुनर्पा (11) पेंटिग (11) व्यंग्य(10) आत्म
(8) डायरी
(5) धरोहर
(5) संगीत
(5) विज्ञान(4) ग़ज़ल
(4) नाटक
(3) प्रिय पुस्तक(3) शोध
(2) Gandhi (1)
break up (1)
kabir / kashi
(1)
खेल
(1)
कविता : सहजि सहजि गुन रमैं विष्णु खरे/राजेश
जोशी/
मंगलेश डबराल/
विमल कुमार/नरेश
चंद्रकर /अनामिका/अनूप
सेठी
/निरंजन
श्रोत्रिय /पुरुषोत्तम अग्रवाल/नन्द
भारद्वाज /कृष्णमोहनझा
/पंकज
चतुर्वेदी/अरुण
आदित्य
/सुमन
केशरी
/हरिओम
राजोरिया/रंजना
जायसवाल/निलय
उपाध्याय/राकेश
श्रीमाल /प्रेमचन्दगाँधी
/सुधीर
सक्सेना/उमेश
कुमार चौहान /निर्मलापुतुल
/गीत
चतुर्वेदी/प्रभात
/शिरीष कुमार मौर्य /गिरिराजकिराडू
/मनोज
कुमार झा/महेश
वर्मा
/अशोक
कुमार पाण्डेय /सिद्धेश्वरसिंह
/प्रदीप
जिलवाने/विमलेश
त्रिपाठी/लीना
मल्होत्रा राव/कुमार
अनुपम
/अनुज
लुगुन
/प्रत्यक्षा/शिव
कुमार गाँधी/ज्योति
चावला
/मुसाफिरबैठा
/फरीद
खाँ
/समीर
वरण नंदी /देवयानी/अपर्णा
मनोज
/मृत्युंजय/मनोज
छाबड़ा
/मुकेश
मानस
/संतोष
चतुर्वेदी /निवेदिता /अनिरुद्धउमट
/मोनिका
कुमार
/विपिन
चौधरी
/
शंभु यादव/उमराव
सिंह जाटव /प्रांजलधर
/अमित
उपमन्यु/अजेय
/बाबुषा
कोहली
/शिवयोगी/तुषार
धवल
/स्वप्निल श्रीवास्तव /नीलोत्पल /वाजदा खान/आशुतोष
दुबे
/हेमंत
देवलेकर/राहुल
राजेश
/मिथिलेश कुमार राय /पुष्पिताअवस्थी
/अच्युतानंदमिश्र
/यतीन्द्रमिश्र'
/प्रमोद
कुमार तिवारी/अरुणाभ
सौरभ
/अनिता
भारती
/अहर्निशसागर
/सुशीला
पुरी
/पीयूष
दईया
/हरे
प्रकाश उपाध्याय/मणि
मोहन
/रामजी
तिवारी
/रवीन्द्र स्वप्निल प्रजापति/अविनाश
मिश्र
/
पंकज पराशर/प्रदीप
मिश्र
/
अनिल त्रिपाठी/
शंकरानंदआदि
आदि
कथा - गाथा रमेश उपाध्याय/सतीश
जायसवाल/
शिवशंकर मिश्र/मनीषा
कुलश्रेष्/राकेश
श्रीमाल/अशोक
कुमार पाण्डेय/सईद
अय्यूब
-3/विपिन चौधरी /रिजवानुलहक़ -3
/विमलेश
त्रिपाठी/अपर्णा
मनोज
-4/मीनाक्षीस्वामी
/प्रभात
रंजन
-३/प्रेमचंद सहजवाला/विमल
चंद्र पाण्डेय/संजीव
चन्दन
/प्रत्यक्षा/अनीता
भारती
/हेमंत
शेष
/सुमन
केशरी
/सर्वेश
कुमार सिंह/तरुण
भटनागर
-3/अशोक
आत्रेय
/शायक
आलोक
/चन्दन
पाण्डे
य-2/शिवेंद्र/बटरोही
/लक्ष्मीशर्मा
-२/अनवर
सुहैल
/मनोज
कुमार पाण्डेय/जयश्री
रॉय
-३/कविता/राकेश
बिहारी
/हृषीकेशसुलभ-२
/
हरिओम
मति का धीर डॉ. काशीप्रसाद जायसवाल : कृष्ण कुमार मंडल शिवपूजन सहाय:
मंगल मूर्ति उपेन्द्र नाथ'अश्क':
नीलाभ
शमशेर बहादुर सिंह:
भाषा सिंह कामरेड विनोद मिश्र:
गोपाल प्रधान स्मृति में गोरख: शिव
शंकर मिश्र नागार्जुन:
नन्द भारद्वाज निर्मल वर्मा : आशुतोष भारद्वाज नामवर सिंह : जगदीश्वर चतुर्वेदी हरिशंकर परसाई : पुरुषोत्तम अग्रवाल चंद्रकांत देवताले:
प्रेमचंद गाँधी राजेन्द्र यादव : रंजना जायसवाल/कविता
राकेश
/सुशील
गोरे
/अर्चना
वर्मा
/प्रमोद
कुमार तिवारी परमानन्द श्रीवास्तव : रंजना जायसवाल लोठार लुत्से : विष्णु खरेसबद भेद
नामवर सिंह : भारतीय पुनर्जागरण/
अशोक वाजपेयी : शमशेर : प्रेम की असंभावना/
विष्णु खरे : मुक्तिबोध की पत्रकारिता/जगदीश
चतुर्वेदी : साहित्य और हाइपर टेक्स्ट/
बटरोही : चन्द्रकुंवर बर्त्वाल संजीव : अस्सी का काशी/
नन्द भारद्वाज : अज्ञेय/नामवर
सिंह
/भगवत
रावत
/
केदार नाथ अग्रवाल /मुक्तिबोध गोपाल प्रधान : भूमंडलीकरणऔर भारत
/पूर्वोत्तर और हिंदी ओम निश्चल : लीलाधर मंडलोई /कविता में वसंत और प्रेम/पुस्तक
परिदृश्य २०१३/कविता इस साल/
अशोक वाजपेयी/ केदारनाथसिंह
/युवा
कविता परिदृश्य /किताबें- २०१४
सदानंद शाही : कबीर/
कबीर की कविता/कबीर
का घर
प्रेमचंद गाँधी : उदय प्रकाश की कहानियाँ रोहिणी अग्रवाल : साहित्य और यथार्थ/
तसलीमा नसरीन गणेश पाण्डेय :कविता
और आलोचना/
आलोचना क्या नहीं है अशोक कुमार पाण्डेय : शमशेर/मोहन
डहेरिया/सविता
सिंह
/नाकोहस
सुशील कृष्ण गोरे : अनुवाद की संस्कृतियाँ सुबोध शुक्ल : त्रिलोचन राकेश श्रीमाल : शर्मिलाइरोम
मुकेश मानस : हिंदी कविता की तीसरी धारा आशुतोष भारद्वाज : अज्ञेयऔर मैं
/
अशोक वाजपेयी शिरीष कुमार मौर्य : कुंवरनारायण
/
रघुवीर सहाय सर्वेश सिंह : रामचरितमानस/
निर्मल वर्मा परितोष मणि : ब्लॉग/
अज्ञेय
मदनपाल सिंह : समकालीन फ्रेंच कविता अरुण देव : मार्कण्डेय /उपनिवेश और हिंदी कहानी/फैज़
/भारतेंदु राकेश बिहारी : आत्महंता राजेन्द्र यादव राजीव रंजन : सूत्रधार/
अनामिका कुमार मुकुल : आलोक धन्वा कीकविता
पुष्पिता अवस्थी : सांस्कृतिक आतंकवाद पंकज पराशर :रामचरितमानस /दस्तम्बू अनुराधा : भाषाकी
लैंगिकता अविनाश मिश्र : औपन्यासिक काव्यत्मक राहुल राजेश : राजभाषाहिंदी
/
समकालीन कविता/
हिंदी में कामकाज गरिमा श्रीवास्तव : आचरण पुस्तकें और स्त्रियाँ प्रभात रंजन/गौरव
सोलंकी
:
गिरिराज किराडू एकाग्र : मैनेजर पाण्डेय भारत में जनतंत्र का सच /रामविलास शर्मा और नवजागरण /लोकगीतोंमें 1857
/आचार्य
महावीरप्रसाद द्विवेदी का अभिनंदन ग्रन्थ मैनेजर पाण्डेय से पुखराज जांगिड की बातचीत मैनेजर पाण्डेय का जे.एन.यू मैनेजर पाण्डेय की आलोचना दृष्टि : प्रणय कृष्ण रीतिकाल : मिथक और यथार्थ मैं कहता आँखिन देखी नामवर सिंह/प्रो.
मैनजर पाण्डेय/प्रो.
तुलसी राम/अरुण
कमल
/विमल
कुमार
/रंजना
अरगड़े
/नन्दकिशोरआचार्य
/राजेन्द्रयादव
/सुमन
केशरी
रोहिणी हट्टंगड़ी /तेजेन्द्रशर्मा
/नरेश
सक्सेना /गोविन्दमिश्र
/अनामिका/एलिस
मुनरो
/स्वप्निल श्रीवास्तव /रामकुमार वर्मा (चित्रकार)/विनोद
कुमार शुक्ल मीमांसा कार्ल पॉपर : सुशील कृष्णगोरे
रिचर्ड लेवन्टिन और रिचर्ड लेविनास माइकल फूको / जुरगेन हेबरमास:
अच्युतानंदमिश्र
मेघ - दूत राइनेर मारिया रिल्के /पाब्लो नेरूदा/पाब्लो
नेरूदा
/विन्सेंटवॉन गॉग
/टॉमस ट्रांसट्रोम /मुकुल दाहाल/नीटू
दास
/निजार
कब्बानी /मार्खेज़ : अपर्णा मनोज नाडीन गौर्डीमर:
नीलाभ
गैबरियल गार्सिया मार्केज:
सुशील कृष्ण गोरे महमूद दरवेश:
मनोज पटेल फ्रांज़ फेनन : सुबोध शुक्ल विस्लाव शिम्बोर्स्का : रीनू तलवाड निज़ार क्ब्बानी : रीनूतलवाड़
गुंटर ग्रास : विष्णु खरे फेर्नान्दो पस्सोआ : रीनूतलवाड़
रे ब्रेडबरी : मनोज पटेल नबानिता कानूनगो : रीनूतलवाड
कविता का स्त्री उत्सव : प्रेमचंद गाँधी नबीना दास : रीनू तलवाड फ्रेंच कविताएँ : मदनपालसिंह
मार्खेज़ : सुशांत सुप्रियभाष्य
भूल-गलती : गोपाल प्रधान ब्रूनों की बेटियां : कुमारमुकुल
मगध : सुबोध शुक्ल बोली हमरी पूरबी पंजाबी कविताएँ:
हरप्रीत कौर मलयाली कविताएँ : उमेश कुमार चौहान नेपाली कविताएँ : चन्द्रगुरुंग
/ मनोज
बोगटी
मराठी कविताएँ : प्रफुल्ल शिलेदार शंख घोष : बांग्ला कविताएँनिज घर
जे.एन.यू और नामवर : पुरुषोत्तम अग्रवालगोरख
पाण्डेय की डायरी गीत चतुर्वेदी की डायरी वीरेन डंगवाल : पंकज चुतर्वेदी मान बहादुर सिंह : अखिलेश सत्यदेव दुबे : सत्यदेव त्रिपाठी रंग - राग लेकिन : मिथक का यथार्थ :: गोपाल प्रधान/अमिताभ
का सिनेमा : सुशील कृष्णगोरे
/मुकेश
की आवाज़/नौशाद
/निदा
फाजली
/राजेश
खन्ना
/ :
वेद विलास उनियाल /प्रतिभा सिंह : पेंटिग/अखिलेश
के चित्र : राकेश श्रीमाल/कुंवर
रवीन्द्र रवि शंकर /प्राण
/
मन्ना डे /सुचित्रासेन :
सुशोभित/मद्रास
कैफे
/लंच
बाक्स/
बी.ए.पास/हैदर
/एन
एच -१०
/पीकू
:
सारंग उपाध्याय/खय्याम और उमराव जान : यतीन्द्र मिश्र/
साहित्य और सिनेमा : पुनीत बिसारिया रीझि कर एक कहा प्रसंग रविन्द्रनाथ टैगोर /प्रेमचंद/नामवर
सिंह
/विष्णु
खरे
/केदारनाथसिंह
/गगन
गिल
/वीरेन
डंगवाल
/पुरुषोत्तम अग्रवाल/निशांत
/नील
कमल /
अन्यत्र रामजी तिवारी : थाईलैंड/
लद्दाख
/अंडमान
यात्रा
- याद :: पूर्वोत्तर : केदारसिंह
बुदापैश्त में हिंदी :बटरोही
अस्त्राखान : पुरुषोत्तम अग्रवाल त्रिवेन्द्रम और कन्याकुमारी : सरिता शर्मा बात - बेबात कमलानाथ : साहित्य के नक्कारखाने/:
बाबामार्गीय चिंतन जोगीरे : आचार्य रामपलट दास कवि जी : राहुल देव देस - वीराना देवरिया-१
विवेक कुमार शुक्ल,परितोषमणि
देवरिया -२:
विवेक कुमार शुक्ल देवरिया -3:
सुशील कृष्ण गोरे कश्मीर : भाषा सिंह पूर्वोत्तर भारत:
गोपाल प्रधान चितौरगढ़ : मनीषा कुलश्रेष् राँची : प्रत्यक्षा सिन्हा भूटान (फुंसोलिग) : निर्मलाशर्मा
मंगलाचार भूपाल सिंह/भरत
तिवारी
/शायक
आलोक
/अंजू
शर्मा
/प्रज्ञा पाण्डेय -२/अविनाशमिश्र
/अहर्निशसागर/सौरभ
राय
/विजया
सिंह
/परमेश्वर फुंकवाल/संजय
कुमार
/आशीष
नैथानी
/नूतन
गैरोला
/महाभूत
चन्दन राय/ गौतम
राजरिशी /अरविन्दकुमार
/
सुलोचना वर्मा /लोकमित्रगौतम
/सुदीप
सोहनी
/
पल्लवी शर्मा /ज्योत्स्ना पाण्डेय परिप्रेक्ष्य तितास एक नदी का नाम साहित्य और विज्ञान - कथाएँ:
मनीष एम गोरे/हम देखेंगे : जश्न-ए-फैज़:
रिजवानुल हक/बाज़ार और साहित्य : प्रभात कुमारमिश्र
/समकालीनता और देवीशंकर अवस्थी:
पुखराज/केदारनाथ अग्रवाल : कालुलाल कुलमीदादा
साहब फाल्के : दिलनवाज़/केदार
नाथ अग्रवाल : नरेंद्र पुण्डरी कसंस्कृति के तीन व्यक्तित्व : गोपालप्रधान
/लेखन
और आत्माभिव्यक्ति : वन्दनाशुक्ला
/साहित्य समय में तीन हमसफर : राकेश श्रीमाल.अदम
गोंडवी : परितोष मणि/रचना
समय का कविता विशेषांक : अशोक पाण्डेय साहित्य और राजनीति : गोपाल प्रधान/शमशेर
बहादुर सिंह का नया पता : राकेश श्रीमाल/मेहदी
हसन : प्रत्यक्षा/गॉड
पार्टिकल्स का मिथ : मनीष मोहन गोरे /साहित्य की मुक्ति : गणेश पाण्डेय/कविता
की पृथ्वी : गणेश पाण्डेय/कान्हा
प्रकरण : राजेश जोशी और निरंजन श्रोत्रिय/मेरी
विज्ञान डायरी : देवेन्द्रमेवाड़ी
/पुरुषोत्तम अग्रवाल का कथा साहित्य :बिपिन
नेल्सन
मंडेला/
गाँधी
जी :
सुशोभित/
भालचंद्र नेमाडे : प्रफुल्ल शिलेदारपरख
रावी लिखता है/शिगाफ़
/कई
चाँद थे सरे आसमां/वसंत
के हत्यारे/आदिम
बस्तियों के बीच/तथापि
जीवन
/अदृश्य
भारत
/रेत
का पुल
/जी
हाँ लिख रहा हूँ/चिन्ह
/शब्द
और देशकाल /निर्वासन/गायब
होता देश/स्वप्न
समय
/घर के
भीतर घर
/सत्यापन /कल्पनाओं से परे का समय/सृष्टि
पर पहरा
/
सिर्फ घास नहीं/इसीलिए
कहूँगी मैं /पंचकन्या/जिद्दी
रेडियो
/उपसंहार/नयी
कलम: इतिहास रचने की चुनौती/तंग
दिनों की खातिर/एक
देश और मरे हुए लोगޯޯި/और
मेघ बरसते रहे/दलाल
की बीवी
/हुल
पहाड़िया/ हलंत
/लौटती
नही जो हँसी /मुअनजोदडो /प्राचीन भारत में मातृसत्ता और यौनिकता हस्तक्षेप क्यों मारी जाती हैं अनामिकाएँ : सुधा सिंह मुक्ति की लौ : गणेश पाण्डेय आपदा में उत्तराखंड : वेदउनियाल
खूनी सियासत और मुजफ्फरनगर: भाषा सिंह विकल्प की पत्रकारिता : संजय जोठे विष्णु खरे सनी लिओने से खड़े होते सवाल/
क्या दिलीप और अमिताभ बराबरहैं/
शर्ली एब्दो और पीके /गालियां खा के बेमज़ा न हुआ/ ईदा
/ एक छपे
रिसाले के लिए विलम्बित मर्सिया/ भाई
अभी ज़मानती मुजरिम है/
दीपन
/ भय
भी हमें चूहा बना देता है/सत्ता
-एक्टर - मीडिया भगवान/
साहित्य अकादेमी का संकल्प/
किसके घर जाएगा सैलाबे बला/
जन्मशती की भ्रूण हत्या/ कुछ
भी अशुभ नहीं मंगली में/
वीरने डंगवाल/ दि
बर्थ ऑफ़ ए नेशन’//विश्व
हिंदी सम्मेलन//भीष्म
साहनी
/
अजहरुद्दीन की जीवनी/
किशोर साहू/सईद
ज़ाफरी
/पवन
मल्होत्रा/सिनेमा
का रेआलपोलिटिक वर्ष/
असहिष्णुता भूमंडलोत्तर कहानी : राकेशबिहारी
> भूमंडलोत्तर कहानी>
> की
> विवेचना १.लापता नत्थू उर्फ दुनियान माने
(रवि
बुले)
२.शिफ्ट+ कंट्रोल+आल्ट=डिलीट
(आकांक्षापारे)
३.नाकोहस( पुरुषोत्तम अग्रवाल) ४. अँगुरी में डसले बिया नगिनिया(अनुज)
५. पानी
(मनोज
कुमार पांडेय) ६. कायांतर (जयश्री राय) ७. उत्तर प्रदेश की खिड़की (विमल चन्द्र पाण्डेय) ८. नीला घर (अपर्णा मनोज)९.
दादी,
मुल्तानऔरटचएण्डगो (तरुण भटनागर) १०. कउने खोतवा में लुकइलू :( राकेश दुबे)
11. चौपड़े की चुड़ैलें : पंकजसुबीर
।। बहसतलब ।। > रचना और आलोचना का सवाल आलोचना का ठहराव : गोपालप्रधान
आलोचना का कॉमनसेंस : जगदीश्वर चतुर्वेदी आलोचना संकट में है बेशक : मोहन श्रोत्रिय संकट ग्रस्त आलोचना का संकट : महेश चंद्र पुनेठा मैंने उनको भी सरेराह फिसलते देखा : प्रभात मिश्र ईमान,साहस और धीरज : गणेश पाण्डेय हिंदी आलोचना का समकाल : सुबोध शुक्ल पाठ, कुपाठ और रीडिंग : सुशील कृष्ण गोरे संकट और वास्तविकता : गंगा सहाय मीणा आलोचना और राजनीति : आनन्द पाण्डेय > साहित्य का भविष्य प्रस्तावना : भूमिकाएं जहां से शुरू होती हैं कविता तो रहेगी : मोहन श्रोत्रिय कविता और समाज : गिरिराजकिराडू
कविता की मृत्यु, मुर्दाबाद : डोनाल्डहॉल
कही रहता है एक कवि : वन्दनाशुक्ला
तननां - बुननां*
संवादी
अरुण देव की कविता : शहंशाह आलमIN ENGLISH
*
in text
आयोजन
आमंत्रित प्रो. मैनेजर पाण्डेयतलाश
>
S a m a l o c h a n : a literary e-magazine._
फॉण्ट बड़ा करने के लिए ctrl के साथ + का उपयोग करें.__ _
न तो मैं कुछ कह रहा था : रुस्तम सिंह की कविताएँ. Posted by arun dev on सितंबर 04, 2019 आधुनिक हिंदी कविता में प्रकृति, पर्यावरण और मनुष्यइतर जीवन आते रहे हैं, पूरी कविता के रूप में भी. रुस्तम सिंह के के यहाँ ये संग्रह की शक्ल में आयें हैं. लगभग सभी कविताएँ अपने केंद्र में प्रकृति...read more...
कथा-गाथा : जाने भी दो पारो : प्रचण्ड प्रवीर Posted by arun dev on सितंबर 03, 2019 उपन्यास ‘अल्पाहारी गृहत्यागी: आई आई टी से पहले’, तथा कहानी संग्रह ‘जाना नहीं दिल से दूर’ से चर्चित अध्येता, लेखक, अनुवादक प्रचण्ड प्रवीर की इधर की प्रकाशित कहानियोंने ...
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*
चंद्रकांता की कविताएँ युवा चंद्रकांता की कविताएँ हैरत में डालती हैं, बहुत जल्दी ही उन्होंने शिल्पगत प्रौढ़ता और विविधता हासिल कर ली है. वे हिंदी कविता का नया...*
कालजयी : कफ़न : रोहिणी अग्रवाल कफ़न प्रेमचन्द की आखिरी कहानी है. यह मूल रूप में उर्दू में लिखी गयी थी. ‘ जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ की पत्रिका ‘जामिया’ के दिसम्बर,...*
रंग - राग : ख़य्याम और उमराव ज़ान : यतीन्द्र मिश्र हिंदी सिनेमा में उमराव जान फ़िल्म का संगीत अलौकिक है. मिर्ज़ा हादी ‘रुस्वा’ का कालजयी उपन्यास, मुजफ़्फ...*
कथा-गाथा : साठ साल बाद बैल की वापसी : बटरोही साहित्य और सत्य के बीच कल्पना है, साहित्य को सार्वभौम बनाती हुई. कल्पना से यथार्थ और यथार्थ से जादुई होती कथा की दुनिया जटिल समय को ...*
परख : पानी को सब याद था (अनामिका) : मीना बुद्धिराजा पानी को सब याद था : अनामिका प्रकाशक- राजकमल प्रकाशन , नई दिल्ली प्रथम संस्करण- 2019 मूल्य- रू- 150 वरिष् कवयित्र...*
कथा-गाथा : जाने भी दो पारो : प्रचण्ड प्रवीर उपन्यास ‘अल्पाहारी गृहत्यागी: आई आई टी से पहले’, तथा कहानी संग्रह ‘जाना नहीं दिल से दूर’ से चर्चित अध्येता, लेख...*
मेघ-दूत : मार्केस : मैं सिर्फ़ एक फ़ोन करने आई थी (अनुवाद-विजय शर्मा) मार्केस की कहानियों का जादुई यथार्थ यथार्थ को उसकी सम्पूर्ण निर्ममता और विडम्बना के साथ प्रस्तुत करता है. चीजें...*
भाष्य : तोड़ती पत्थर (निराला) : शिव किशोर तिवारी महाकवि निराला की प्रसिद्ध कविता ‘तोड़ती पत्थर’ के कई पाठ हुए (reading) हैं. दलित साहित्यकार कंवल भारती ने ‘ श्याम तन ,भर ...*
सबद भेद : चंद्रकुँवर बर्त्वाल चंद्रकुंवर बर्त्वाल २० अगस्त , १९१९ रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड) १४ सितम्बर , १९४७ , पंवालिया , रुद्रप्रयाग. पु...Details
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